सबसे शक्तिशाली चालीसा कौन सा है?Hanuman Ji Sab rokomer Kotha,Hanuman ,হনুমান জি কা জানকারি,
1. सबसे शक्तिशाली चालीसा कौन सा है?
3. हनुमान चालीसा इतना शक्तिशाली क्यों है?
उत्तर:- ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से बुरी आत्माओं से बचा जा सकता है, शनि के प्रभाव को कम किया जा सकता है और बुरे सपने से परेशान लोगों की मदद की जा सकती है। यह चुनौतियों का डटकर सामना करने की ताकत और साहस देता है। हनुमान चालीसा की रचना कवि तुलसीदास ने तब की थी जब मुगल बादशाह औरंगजेब ने उन्हें कैद कर लिया था।
9. हनुमान जी का बेटा कौन था?
उत्तर:- वाल्मीकि की रामायण के मुताबिक, हनुमान के पिता केसरी बृहस्पति पुत्र थे, जो स्वयं राम की सेना के साथ मिलकर रावण के खिलाफ लड़े थे. अंजना और केसरी ने पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान शिव की उपासना की थी. इनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने ही इन्हें पुत्र का वरदान दिया था.
10. हनुमान जी का असली नाम क्या है?
1. सबसे शक्तिशाली चालीसा कौन सा है?
उत्तर:- हनुमान चालीसा भगवान हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्तों द्वारा की जाने वाली प्रार्थना हैं जिसमें 40 पंक्तियाँ होती है इसलिए इस प्रार्थना को हनुमान चालीसा कहा जाता है इस हनुमान चालीसा को भक्त तुलसीदास जी द्वारा लिखा गया है जिसे बहुत शक्तिशाली माना जाता है।
2. हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़ना चाहिए?
उत्तर:-कई बार लोग अस्वच्छ अवस्था (गंदे कपड़ों और रजस्वला स्त्री के स्पर्श के बाद) में ही हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। ऐसी गलतियां करने से बचना चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ करते समय बैठने के लिए ऊनी या कुशा के आसन का उपयोग करना चाहिए। अन्य आसन का उपयोग करने से पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता।
उत्तर:-कई बार लोग अस्वच्छ अवस्था (गंदे कपड़ों और रजस्वला स्त्री के स्पर्श के बाद) में ही हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। ऐसी गलतियां करने से बचना चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ करते समय बैठने के लिए ऊनी या कुशा के आसन का उपयोग करना चाहिए। अन्य आसन का उपयोग करने से पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता।
उत्तर:- ऐसा माना जाता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से बुरी आत्माओं से बचा जा सकता है, शनि के प्रभाव को कम किया जा सकता है और बुरे सपने से परेशान लोगों की मदद की जा सकती है। यह चुनौतियों का डटकर सामना करने की ताकत और साहस देता है। हनुमान चालीसा की रचना कवि तुलसीदास ने तब की थी जब मुगल बादशाह औरंगजेब ने उन्हें कैद कर लिया था।
4. हनुमान जी का पावरफुल मंत्र कौन सा है?
उत्तर:- मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ।। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र को सबसे प्रभावी मंत्र माना गया है.
उत्तर:- मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये ।। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र को सबसे प्रभावी मंत्र माना गया है.
5. हनुमान बचपन में क्या करते थे?
हनुमानजी ने बचपन में पवनदेव और ऋषि मातंग से शिक्षा ग्रहण की थी। वह बचपन में ऋषियों के आश्रम के सारे फल खा जाते थे और ऋषियों को बहुत परेशान करते थे। हनुमानजी बचपन में बहुत ही नटखट और उद्धमी बालक थे। एक बार फलों के वन में इंद्र पुत्र जयंत, सूर्य पुत्र शनि आदि देवताओं के पुत्रों से भी उनका सामना हुआ था।
हनुमानजी ने बचपन में पवनदेव और ऋषि मातंग से शिक्षा ग्रहण की थी। वह बचपन में ऋषियों के आश्रम के सारे फल खा जाते थे और ऋषियों को बहुत परेशान करते थे। हनुमानजी बचपन में बहुत ही नटखट और उद्धमी बालक थे। एक बार फलों के वन में इंद्र पुत्र जयंत, सूर्य पुत्र शनि आदि देवताओं के पुत्रों से भी उनका सामना हुआ था।
6. हनुमान जी पहले जन्म में कौन थे?
उत्तर:- हनुमानजी को शिवजी के 11 रुद्र अवतारों में से एक थे। इस मान से वे पिछले जन्म में रुद्र भगवान थे। भारद्वारज मुनि द्वारा कपिराज केसरी को दिए गए वरदान के चलते उनके यहां हनुमानजी के रूप में रुद्र का जन्म हुआ।
7. हनुमान का बच्चा कौन है?
उत्तर:- लंका जलाने के बाद हनुमान जी जब अपनी पूंछ में लगी आग को बुझाने समुद्र में उतरे तब हनुमान जी के पसीने की एक बूंद उस समुद्र के पानी में टपकी और उस बूंद को एक मछली ने पी लिया था। उसी पसीने की बूंद से वह मछली गर्भवती हो गई और उससे एक पुत्र उत्पन्न हुआ। जिसका नाम पड़ा मकरध्वज।
8. हनुमान जी के कितने बच्चे थे?
उत्तर:-भगवान हनुमान ने आजीवन विवाह नहीं किया था, लेकिन उनका एक बेटा था मकरध्वज. पुत्र मकरध्वज के जन्म के पीछे एक रोचक कथा है! हनुमान जी ब्रह्मचारी थे, ये बात सभी जानते हैं लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि आजीवन अविवाहित रहने के बाद भी उनका एक पुत्र पैदा हुआ था.
उत्तर:- हनुमानजी को शिवजी के 11 रुद्र अवतारों में से एक थे। इस मान से वे पिछले जन्म में रुद्र भगवान थे। भारद्वारज मुनि द्वारा कपिराज केसरी को दिए गए वरदान के चलते उनके यहां हनुमानजी के रूप में रुद्र का जन्म हुआ।
7. हनुमान का बच्चा कौन है?
उत्तर:- लंका जलाने के बाद हनुमान जी जब अपनी पूंछ में लगी आग को बुझाने समुद्र में उतरे तब हनुमान जी के पसीने की एक बूंद उस समुद्र के पानी में टपकी और उस बूंद को एक मछली ने पी लिया था। उसी पसीने की बूंद से वह मछली गर्भवती हो गई और उससे एक पुत्र उत्पन्न हुआ। जिसका नाम पड़ा मकरध्वज।
8. हनुमान जी के कितने बच्चे थे?
उत्तर:-भगवान हनुमान ने आजीवन विवाह नहीं किया था, लेकिन उनका एक बेटा था मकरध्वज. पुत्र मकरध्वज के जन्म के पीछे एक रोचक कथा है! हनुमान जी ब्रह्मचारी थे, ये बात सभी जानते हैं लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि आजीवन अविवाहित रहने के बाद भी उनका एक पुत्र पैदा हुआ था.
उत्तर:- वाल्मीकि की रामायण के मुताबिक, हनुमान के पिता केसरी बृहस्पति पुत्र थे, जो स्वयं राम की सेना के साथ मिलकर रावण के खिलाफ लड़े थे. अंजना और केसरी ने पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान शिव की उपासना की थी. इनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने ही इन्हें पुत्र का वरदान दिया था.
हनुमान पुत्र मकरध्वज की कथातब हनुमान जी प्रभु राम और लक्ष्मण को खोजते हुए पाताल लोक पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने जैसे पहरेदार को देखकर अचंभित हो गए। हनुमान जी की तरह दिखाई देने वाले पहरे पर खड़े हुए मकरध्वज ने स्वयं को हनुमान का पुत्र बताया।
उत्तर:- बहुत कम लोग जानते हैं कि हनुमान जी के बचपन का नाम मारुति था, जो दरअसल उनका सबसे पहला व असली नाम था। * देवी अंजना के पुत्र होने से इन्हें अंजनी पुत्र व आंजनेय भी कहा जाता है। तो वही पिता केसरी के नाम से भी इन्हें जाना जाता हैं